चीन और रूस से तनावों के बीच और कोराना महामारी से लड़ते हुए अमेरिका ने एक दशक के बाद एक ऐसा कीर्तिमान स्थापित कर दिया जो अंतरिक्ष में उसके दबदबे को और मजबूत कर देगा। कोराना वायरस का कैप्सूल भले ही ना मिला हो लेकिन एलोन मस्क के कैप्सूल ने अपना कमाल अंतरिक्ष में दिखा दिया।
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक कंटडाउन के खत्म होते ही फाल्कन 9 नामक रॉकेट स्थानीय समय 3.22 बजे दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के साथ ड्रैगन कैप्सूल को लेकर अंतरिक्ष के लिए रवाना हो गया।
19 घंटो में स्टेशन में सुरक्षित पहुंचा कैप्सूल
आइए इस दिए को जलाए ( Let's light this candle)
ये वाक्य उड़ान से चंद लम्हे पहले डगलस हर्ले के शब्द थे जो एलेन शैफर्ड सन 1961 में मानव स्पेस मिशन के दौरान कहा था। अमेरिका में नए कमर्शियल युग की शुरूआत होने के इस निजी कंपनी के रॉकेट ने कर दी है।रूस और चीन में ही पहले ऐसा हो पाया है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की उड़ान 19 घंटे की दूरी पर है।
First @NASA astronauts to fly aboard Crew Dragon don their SpaceX spacesuits pic.twitter.com/LQbRdF2WJd
— SpaceX (@SpaceX) May 30, 2020 डेमो 2 दिया गया था मिशन का नाम
ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से जब स्पेस स्टेशन तक सफलतापूर्वक सामान पहुंचाया गया था तब उसका नाम डेमो 1 पर था और अब जब फाल्कन 9 रॉकेट में दो व्यक्ति बैठ कर अंतरिक्ष स्टेशन गए हैं तो उसे डेमो 2 नाम दिया गया है।
वैसे तो इसकी लॉचिंग 27 नवंबर को होनी थी लेकिन खराब मौसम की वजह से उसे टालना पर गया था और अन्ततः ये लॉचिंग अब जाकर संभव हुए है।
https://twitter.com/SpaceX/status/1266812530833240064?s=19
अगर निजी कम्पनी इसी तरह लोगो को अंतरिक्ष भेजने लगी तो वो दिन दूर नहीं जब आप गोवा या विदेश जाने के बजाय अंतरिक्ष कि सैर करने जा सकेंगे।
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