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Tuesday, October 20, 2020

आपका मन और दिमाग कैसे काम करता है

हमने पिछले भाग में चर्चा किया था कि अमीर या सफल व्यापारी कैसे बने अगर आपने अभी तक वो नहीं पढ़ा तो पहले वो पढ़े। 



आइए आज हम जानते है किसी भी सफल व्यक्ति या बिजनेसमैन के  सबसे बड़े गूढ़ रहस्य के बारे में। जिसके बारे में कई भारतीय और विदेशी विद्वानों ने अपने अपने किताब में लिखा है। यद्यपि उन सब ने अलग अलग तरीकों से इसका विवरण किया है लेकिन अगर सार देखा जाए तो वह सबका एक जैसा ही है।  अगर आपने कभी सदगुरु जग्गी वासुदेव या स्वामी विवेकानंद को अध्ययन किया हो तो उनका भी एक ही मत था कि व्यक्ति सबसे ज्यादा मजबूत या कमजोर अपने मन के कारण होता है।  और हमारा मन वहीं करता है जो हम उसे बताते हैं। अगर आप कमजोर है तो स्वाभाविक रूप से आपने अपने मस्तिष्क को बार बार अपने या अपने किसी परिचित द्वारा इसका अनुभव कराया होगा। अगर आप अपने मस्तिष्क में दिन में दस बार सोचे कि मै बीमार हूं तो 98% chance है कि आप बीमार पर जाएंगे।। आपने will power के बारे में तो अवश्य सुना होगा! क्या आप जानते हैं कि will power क्या होता है?  आपके will power का निर्माण आपका दिमाग करता है ना कि आपका शरीर। आप अपने दिमाग के जरिए जो खाएंगे, आपके शरीर पर उसका वैसा ही असर होगा।  आपका दिमाग आपके शरीर और मन को आपके द्वारा दिए गए इनपुट के द्वारा संचालित करता है और आप आज समाज में जैसे भी हैं अच्छे - बुरे, ऊर्जावान - आलसी सब आप के सोच के कारण ही है। 

                आपने भी अपने अगल बगल में सुना होगा की कोई आदमी बहुत आलसी होता है लेकिन किसी दिन किसी व्यक्ति ने उसकी बेज्जती कर दी और फिर वो  आदमी बदल गया!  आखिर ये कैसे होता है? चलिए आज हम आपको इसके बारे में बताते हैं।


     आपके पास दिमाग है मन है शरीर है। दिमाग इनपुट लेता है और मन तर्क वितर्क करता है फिर शरीर उसका आउटपुट  काम करके देता है। क्या आप जानते हैं आपके पास दो तरह का मन है एक तर्क वितर्क करने वाला में जिसे हम चेतन मन कहते हैं, क्युकी इसमें चेतना होती है। यह किसी भी चीज पर विचार करता है ,सही गलत का फैसला लेता है , आगे पीछे ऊपर नीचे सब सोचता है तब जा कर कार्य करता है, लेकिन इसका कार्य तात्कालिक होता है। जैसे अभी आप पढ़ रहे हैं आपका मन मोबाइल पर व्हाट्सएप चलाने का हुआ। आपके मन में एक उथल पुथल मचेगी। पढू या व्हाट्सएप चलाऊ? अंत आप सोच भारी मन से व्हाट्सएप चलाने लगते हैं। आपका तार्किक मन कहीं ना कहीं से बोल रहा होगा की भाई चल पहले पढ़ाई पूरा करते हैं। लेकिन हाथ है कि व्हाट्सएप से चिपका हुआ है। ये जो तर्क वितर्क कर रहा है सही गलत बता रहा है वो है आपका चेतन मन। लेकिन जिसने आपको व्हाट्सएप चलाने पर मजबूत कर दिया है वो है आपका अवचेतन मन और आज हम उसी पर बात करने जा रहे हैं। 


   स्कूल जाने वाले बच्चे को देखिएगा या अगर आप स्वयं ऑफिस जाते हैं तो देखिएगा और गौर कीजिएगा की सामान्य दिनों में आपको उठने में बड़ी परेशानी होती है। अलार्म लगाना पड़ता है फिर भी उठ नहीं पाते। फिर एक दिन आपका मीटिंग रहता है या बहुत ही जरूरी काम रहता है आपको 6 बजे उठना है। आप सोते है और अलार्म बजने से पहले ही आप एक समय से उठ जाते हैं।  या फिर एक मा को ही लीजिए एक मा अपने बच्चे के साथ सोई हुई है, बादल गरज रहा है लेकिन मा का नींद नहीं खुलता है। लेकिन तभी बच्चे का नींद खुलता है और बच्चा रोने लगता है और मा का नींद खुल जाता है। क्या आपने कभी सोचा है ये कैसे होता है ये आपका अवचेतन मन है जिसको सब पता है जो आपके सोने पर भी जगा हुआ रहता है, और उसी के कहने पर जान अनजाने में आप सभी प्रतिक्रियाएं देते है।

      अब आप जान चुके होंगे कि चेतन और अवचेतन मन क्या होता है। अवचेतन मन आपका वो मन है जो आपके will power , healing power से के कर आपके सोने , उठने, चलने, attitude सब को कंट्रोल करता है। वो हनुमान जी का अवचेतन मन ही था जिसकी ताकत को जब वो पहचान गए तो सर्वशक्तिशाली हो गए। 

आइए जाने की कोशिश करते हैं कि अपने अवचेतन मन को कैसे अपने काबू में रखे और कैसे इसकी मदद से जीवन की राह में आगे बढ़ते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हुए अमीर बने।
         

                   जारी है...................

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