25/05/2020 को सुबह 10 बजे ग्राम- सौराठ , थाना- रहिका ,जिला-मधुबनी निवासी तरुण कुमार झा घर से पैदल निकलते हैं , देर रात तक वापस नही आने पर खोज बिन शुरू
होती है अगले दिन 26/05/2020 को 12 बजे तक नही मिलने पर रहिका थाना जाया जाता है वहा कहा जाता है कि अपने स्तर पर खोजबीन कीजिये फिर उसके बाद थाना आकर आवेदन दीजिये। फिर सोशल मीडिया के माध्यम से शाम 6 बजे पता चलता हैं कि उनका शव (गढ़िया ग्राम) में बरामद हुआ है और पंडौल थाना उसे ले गयी है ।
पंडौल थाना से संपर्क करने पर पता चलता है कि शव थाना में है आकर ले जाएं। पंडौल पुलिस स्टेशन पहुचने पर वहाँ पंडौल के थानाध्यक्ष गायब मिलते हैं और उनका नंबर निरंतर तभी से बंद आता है। वहाँ अन्य पुलिस कर्मी और थाना के स्टाफ से पूछने पर फटकार सुनने को मिलती है कि इस घटना के संदर्भ में उन्हें कुछ नही पता साहब जब आएंगे तभी बताएंगे । गौरतलब है कि सौराठ से पंडौल जाते समय पंडौल थाना से 2km पहले देखा गया था कि कुछ लोग मोबाइल फ्लैश जलाकर कुछ गड्ढे से निकाल रहे । थाना पर करीब 45 मिनट इंंताजार करने के बाद वापस उस जगह पर पहुचा गया तो पाया गया कि पंडौल थानाध्यक्ष अनोज कुमार ओर कुछ पुलिस कर्मी के मौजूदगी में गड्ढे में दफनाए उसी शव के बाहर निकाला जा रहा।
थानाध्यक्ष अनोज कुमार के अनुसार 25/05/2020 को ही दिन के बजे उन्हें अज्ञात शव की सूचना मिली देर शाम पोस्टमार्टम करवाया गया और रात को दफना दिया गया।
जनता, रिश्तेदार और बहुत सारे संगठन अब इन्हीं बातों को लेकर सवाल उठा रहे हैं कि उनके गले मे रूद्राक्ष होते हुए दफनाया क्यों गया ??
मीडिया में खबर क्यो नही दी गयी ??
पोस्टमार्टम के बाद 72 घण्टे शव को मर्चरी में रखने का प्रावधान है वो क्यों नही किया गया?
12 घंटे के अंदर-अंदर ही मामले को ढका क्यो जाने लगा??
गड्ढे से निकालने के बाद भी करीब 3 घंटे तक सड़क किनारे शव को रखा गया और थानाध्यक्ष सतुंष्ट जवाब नही दे पा रहे थे ।साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पहले ही खुद घोसित कर दिए कि sun strock से मृत्यु हुई है और वो बराबर मुआबजा दिलवाने की बात कह रहे थे जिसे स्थानीय लोगों के मोबाइल में रिकॉर्ड भी किया।देर रात dsp मैडम के आने पर फिर थानाध्यक्ष का बयान पलटने लगा और वो सहमे हुए दिख रहे थे।
परिजन का मानना है कि मृतक के शरीर और विभिन्न चोट के निशान थे ये मोब लिन्चिंग का मामला है और पंडौल पुलिस के के अनुसार लू लगने से मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी परिजन को खुलकर नही बताया जा रहा।
मृत्युंजय कुमार
बिहार प्रदेश अध्यक्ष, अखंड ब्राह्मण सभा
सौराठ निवासी तरुण कुमार झा की संदेहास्पद मृत्यु के बाद मोबलिंचिंग का मामला दर्ज किया गया था जिसमें थानाध्यक्ष की संलिप्तता दिखायी गई थी। मामले की जांच को लेकर अखंड ब्राह्मण सभा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार मिश्र जी के द्वारा मेल कर बिहार के पुलिस महानिदेशक को अवगत कराया। मृत्युंजय मिश्र ने कहा कि अगर मामले की जांच निष्पक्षता से नही किया गया तो बिहार के पूरे प्रदेश में लॉकडाउन के बाद आंदोलन किया जाएगा। प्रदेश उपाध्यक्ष आशु झा ने कहा कि मामला को गम्भीर से नहीं लिया गया तो मधुबनी समाहरणालय पर सांकेतिक धरना की जाएगी। महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सपना रानी के साथ अनिकेत अनिल झा, विवेक कुमार झा, विनय मिश्र, ब्रजेश मिश्र, अजीत मिश्र, प्रियेश दास, कुमार गौरव झा, प्रवीण कुमार ठाकुर, मानस झा आदि भी मामले को लेकर गम्भीर है और आंदोलन करने के लिए बाध्य है।
उपर्युक्त रिपोर्ट घटना स्थल पर मौजूद व्यक्तियों, और विभिन्न सूत्रों के हवाले से प्रकाशित किया गया है।
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